Agra News: राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने देशभर में चलाए जा रहे शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता जांच अभियान के तहत उत्तर प्रदेश में बड़ा कदम उठाया है। डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा से संबद्ध कुल 70 कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। इनमें 67 बीएड, 2 बीपीएड, और 1 एमएड कॉलेज शामिल हैं।
यह कार्रवाई परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (PAR) समय पर न जमा करने के चलते की गई है। अब इन कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से नए छात्रों का प्रवेश नहीं होगा।
देशभर में 2200 कॉलेजों पर गिरी गाज
NCTE ने देशभर में बीएड, एमएड और बीपीएड पाठ्यक्रमों की गुणवत्ता जांच के लिए एक व्यापक अभियान चलाया। इस दौरान यह पाया गया कि 2200 से अधिक कॉलेज निर्धारित समय सीमा तक PAR रिपोर्ट जमा नहीं कर पाए।
NCTE एक्ट 1993 की धारा 17(1) के तहत इन संस्थानों को पहले नोटिस जारी किया गया, लेकिन संतोषजनक उत्तर न मिलने पर उनकी मान्यता रद्द कर दी गई।
डमी कॉलेजों पर निगरानी
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद डमी संस्थानों और फर्जी शिक्षक-छात्र आंकड़ों पर नजर रखी जा रही है। जांच में कई ऐसे कॉलेज सामने आए जिनके पास न तो उचित आधारभूत ढांचा था और न ही योग्य शिक्षकों की व्यवस्था।
कुछ संस्थानों ने केवल नामांकन दिखाकर मान्यता बनाए रखी थी। अब NCTE ने ऐसे संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का रास्ता अपनाया है।
छात्रों और अभिभावकों को चेतावनी
NCTE और संबंधित विश्वविद्यालयों ने छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी है कि वे कॉलेज में प्रवेश लेने से पहले उसकी मान्यता स्थिति की पुष्टि कर लें, ताकि भविष्य में डिग्री और नौकरी से संबंधित परेशानियों से बचा जा सके।