शक ने तोड़ा रिश्ता: 6 साल से अलग, न्याय के लिए कोर्ट की चौखट पर पत्नी

शादी को 20 साल हो गए, लेकिन भरोसे की डोर कमजोर पड़ते ही रिश्ता भी टूटने की कगार पर पहुंच गया। पति के व्यवहार पर पत्नी को शक हुआ, बात इतनी बढ़ी कि दोनों अब 6 साल से अलग रह रहे हैं।
लोहामंडी थाना क्षेत्र की एक महिला, जो सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं, ने 2004 में बाह क्षेत्र के निवासी युवक से विवाह किया था। दोनों के तीन बच्चे हैं। सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन कुछ वर्षों बाद महिला को पति के व्यवहार में बदलाव नजर आने लगा।
🔍 रात-रातभर फोन पर बात और गहरी चुप्पी
पत्नी का आरोप है कि पति अक्सर रात में किसी से फोन पर बातें करता था। जब पत्नी जागती, तो वह फोन काट देता। पूछने पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं देता, बल्कि उल्टा उसी पर शक जताने लगता। जब महिला ने अपनी सास और ससुर से इस बारे में शिकायत की, तो उन्होंने भी बेटे का ही पक्ष लिया।
⚠️ बात मारपीट तक पहुंची, मायके लौट आई पत्नी
घरेलू विवाद और मानसिक तनाव के चलते साल 2019 में पत्नी अपने मायके लौट आई। तब से वह वहीं रह रही है और परिवार न्यायालय में न्याय की लड़ाई लड़ रही है।
पति ने पत्नी के आरोपों को नकारते हुए खुद को निर्दोष बताया है। वहीं पत्नी को आज भी शक है कि पति का किसी अन्य महिला से संबंध है।
📌 पारिवारिक अदालतों में 10,000 से अधिक ऐसे मामले
यह मामला कोई अकेला उदाहरण नहीं है। आगरा के परिवार न्यायालय में इस तरह के 10 हजार से ज्यादा मुकदमे विचाराधीन हैं, जिनमें शादीशुदा जोड़ों के बीच अविश्वास, संवादहीनता, और बाहरी संबंधों के शक ने रिश्तों को बिखेर दिया है।
👶 बच्चों का भविष्य बना सबसे बड़ी चिंता
इन टूटते रिश्तों के बीच सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं बच्चे। माता-पिता के अलगाव का सीधा असर उनके मानसिक, सामाजिक और शैक्षणिक जीवन पर पड़ता है।
🧠 विशेषज्ञों की राय: संवाद है समाधान की कुंजी
परिवार परामर्श केंद्रों के अनुसार, कई रिश्तों को सिर्फ एक-दूसरे को सुनने और समझने से बचाया जा सकता है। संदेह को संवाद से और दूरी को विश्वास से मिटाया जा सकता है।