आगरा में यमुना का उफान थमा, एक फुट घटा जलस्तर; पहाड़ों पर बारिश जारी, फिर बढ़ सकता है खतरा
AgraLiveNews
आगरा में बीते कुछ दिनों से उफान पर रही यमुना नदी का जलस्तर अब थमता नजर आ रहा है। पिछले 24 घंटे में यमुना का जलस्तर एक फुट घट गया है, जिससे राहत की सांस तो मिली है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के चलते बैराजों से पानी छोड़े जाने की संभावना बनी हुई है, जिससे बाढ़ की स्थिति फिर से बन सकती है।
खेतों में घुसा पानी, फसलें जलमग्न
सोमवार रात को वाटर वर्क्स पर यमुना का जलस्तर 494.4 फीट तक पहुंच गया था। इससे बल्केश्वर, फाउंड्री नगर, पोइया और कई ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई। खेतों में पानी भरने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। मंगलवार शाम जब जलस्तर घटा, तो ग्रामीणों ने खेतों का जायजा लिया।
कहां से कितना पानी छोड़ा गया?
बाढ़ नियंत्रण प्रभारी एवं एडीएम वित्त शुभांगी शुक्ला के अनुसार:
मंगलवार सुबह 8 बजे मथुरा स्थित गोकुल बैराज से यमुना में 62,769 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
ओखला बैराज से 23,636 क्यूसेक, और
ताजेवाला बैराज से 29,804 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हुआ।
चेतावनी स्तर के करीब यमुना
वाटर वर्क्स पर चेतावनी स्तर: 495 फीट
मध्यम बाढ़ का स्तर: 499 फीट
वर्तमान जलस्तर: 494.4 फीट
पिनाहट में चंबल नदी 114 मीटर पर बह रही है, जबकि खतरे का निशान 130 मीटर है।
प्रशासन सतर्क, राहत-बचाव टीमें अलर्ट
डीएम अरविंद एम मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि फिलहाल आगरा में बाढ़ का सीधा खतरा नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट
कर दिया गया है। राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें हर समय तैयार रहेंगी। आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है।