- समय सीमा खत्म, फिर भी 410 नाले नहीं हुए साफ – शहर को फिर जलभराव का खतरा
नगर निगम द्वारा तय किए गए नाला सफाई अभियान का आज अंतिम दिन है, लेकिन अभियान की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। शहर के अधिकांश छोटे-बड़े नाले अब भी गंदगी और सिल्ट से पटे हुए हैं, जिनकी सफाई पूरी नहीं हो सकी है।
💧 क्या है स्थिति:
नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार शहर में करीब 410 नाले हैं।
जिनमें से सिर्फ चुनिंदा क्षेत्रों में ही आंशिक सफाई हो सकी है।
आगामी बारिश में खतरा:
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि बारिश जल्द शुरू हुई तो शहर के मुख्य मार्गों से लेकर रिहायशी कॉलोनियों तक जलभराव की स्थिति बन सकती है।
इससे ट्रैफिक जाम, बीमारियों और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाएगी।
🔍 प्रशासन की निष्क्रियता:
नगर निगम ने समय रहते आवश्यक संसाधन और कर्मचारियों की व्यवस्था नहीं की, जिससे सफाई कार्य प्रभावित हुआ है।
अब सवाल उठ रहे हैं कि बरसात की पहली बूंद से पहले क्या शहर तैयार है?
🗣️ शहरवासियों की मांग:
तत्काल प्रभाव से विशेष अभियान चलाया जाए।
संवेदनशील क्षेत्रों में सफाई और पंपिंग की विशेष व्यवस्था की जाए।
जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो।
अधिकांश नालों में गंदगी और मिट्टी जमा है, जिससे नाले पूरी तरह से जाम हैं।