
कुंवर रामचंद्र सिंह लाल सिंह कन्या इंटर कॉलेज में वर्ष 2016 में सहायक अध्यापिकाओं की भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। विजिलेंस जांच में खुलासा हुआ कि भर्ती प्रक्रिया में आगरा के 25 से अधिक फर्जी आवेदकों को दर्शाया गया, जिन्होंने न तो आवेदन किया और न ही साक्षात्कार दिया। इसके बावजूद नियमों को दरकिनार कर तीन महिलाओं — प्रीति कुमारी, तृप्ति भदौरिया और पूनम राठौर — की नियुक्ति कर दी गई।
जांच में सामने आया कि साक्षात्कार की सूची में फर्जी नाम और हस्ताक्षर थे। यह फर्जीवाड़ा तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) राजेंद्र प्रसाद यादव, कॉलेज प्रबंधक और अन्य की मिलीभगत से किया गया। वर्ष 2021 में हुई शिकायत के बाद विजिलेंस ने जांच शुरू की और 2022 में शासन को रिपोर्ट सौंपी। अब शासन के आदेश पर विजिलेंस निरीक्षक सत्य विजय सिंह की तहरीर पर 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
विज्ञापन, आवेदन और साक्षात्कार—तीनों में भारी अनियमितताएं उजागर हुईं, जिससे शिक्षा विभाग की भर्ती प्रक्रिया पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं।