गलवान घाटी के हादसे के बाद भारतीय नागरिकों में क्रोध व्याप्त है। चीन की इस हरकत का जवाब हर भारतीय नागरिक देना चाहता है । भारत में चाइनीज फर्नीचर चलाते हुए, चाइनीज टीवी तोड़ते हुए और चाइना के राष्ट्रपति का पुतला फूंकते हुए कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। लेकिन क्या ऐसा करने से वाकई में चीन का नुकसान हो रहा है? क्या यही है सही तरीका बहिष्कार का?
अंग्रेजी में एक कहावत है ‘वार वहां करो जहां सबसे ज्यादा दर्द हो’। हर नागरिक बॉर्डर पर बंदूक से नहीं लड़ सकता, लेकिन अगर हर नागरिक सही तरीके से बहिष्कार करें चीन का तो काफी हद तक हम चीन की कमर तोड़ सकते हैं। तो आइए जानते हैं सही तरीका बहिष्कार करने का।
आंकड़ों के अनुसार भारत का चीन से आयात निर्यात से 5 गुना अधिक है। जो चीजें चीन में सबसे ज्यादा निर्यात की जाती हैं उनमें इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दवाइयों का कच्चा माल, प्लास्टिक के सामान और खिलौने, लोहा व स्टील, चिकित्सकीय उपकरण आदि शामिल हैं। अगर सारे आंकड़े जोड़े जाएं तो भारत कुल लगभग 85000 करोड रुपए का चीन से आयात करता है।अब प्रश्न यह है कि इस आयात को कैसे कम किया जा सकता है?
•इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उत्पादन अधिक से अधिक भारत में किया जा रहा है, लेकिन नागरिक चीन का सामान सस्ता होने की वजह से भारतीय उत्पादों को नजरअंदाज कर देते हैं। हमें तत्कालीन नए चीनी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद खरीदने बंद कर देनी चाहिए। बाजार में चीनी उत्पादों के कई सारे विकल्प मौजूद हैं। इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार को भी अधिक निवेश करने की आवश्यकता है।
• चिकित्सकीय उपकरण एवं दवाइयों के कच्चे माल का उत्पादन इस समय भी भारत में काफी कम है। हालांकि देखा जाए तो चिकित्सकीय उपकरणों के उत्पादन में कोरोना काल में काफी बढ़ोतरी हुई है लेकिन यह काफी नहीं है। उपकरणों एवं कच्चे माल के लिए हमें दूसरे मित्र देशों का रुख करना चाहिए जहां से हम उचित मूल्य में आयात कर सकें।
• भारतीय जनसंख्या का एक तिहाई हिस्सा लगभग 15 वर्ष से नीचे का है। इन आंकड़ों की वजह से चीन खिलौने, प्लास्टिक इत्यादि का उत्पाद करके काफी मात्रा में भारत में निर्यात करता है। यहां सरकार को लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने की काफी आवश्यकता है। नागरिकों को भी सस्ते खिलौने और प्लास्टिक से बने उत्पाद, जो कि स्वास्थ्य मानकों पर भी खरे नहीं उतरते, उनको खरीदने से बचना चाहिए।
हम कुछ मूल बातों पर और प्रकाश डालते हैं, जिससे आप बहिष्कार को और भी प्रभावशाली तरीके से परिपूर्ण कर सकते हैं।
1. चाइनीज ऐप्स जैसे टिक टॉक, PUBG आदि भारत से काफी पैसे कमाते हैं इनका उपयोग हमें जिम्मेदार नागरिक के तौर पर तुरंत बंद कर देना चाहिए।
2. कोई भी सामान खरीदने से पहले ब्रांड और वह सामान किस देश में उत्पादित हुआ है, अवश्य जांचें।
3. मेड इन चाइना जैसे उत्पादों को तभी खरीदें जब आपके पास दूसरा विकल्प ना हो।
4. भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता दें और अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में सहयोग करें।
5. स्वयं जागरूक बने तथा दूसरों को जागरूक करें अपने घर में छोटे बच्चों का अन्य सदस्यों को भी जागरूक बनाएं।
धन्यवाद।