
COVID-19 का कारण बनने वाला वायरस एरोसोल रूप में हवा में बना रह सकता है, कुछ अध्ययनों से पता चलता है। लेकिन संचरण की क्षमता कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें संक्रामकता, खुराक और वेंटिलेशन भी शामिल है।
यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन एंड द वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार , कोरोनोवायरस मुख्य रूप से किसी ऐसे व्यक्ति के बूंदों से फैलता है जो खाँस रहा है, छींक रहा है या कुछ फीट की दूरी पर बात कर रहा है। लेकिन यह संकेेेेत भी मिला है कि यह हवा में निलंबित कणों के माध्यम से भी पारगम्य हो सकता है। मार्च की शुरुआत में वाशिंगटन में एक गाना बजाने की प्रथा में जाने के बाद , दर्जनों लोगों को COVID -19 के लक्षणों का पता चला ,भले ही उन्होंने हाथ नहीं हिलाया था या एक दूसरे के करीब नहीं गए थे।
वैज्ञानिकों ने कोरोनोवायरस के हवाई प्रसारण को “वास्तविक जोखिम” बताया है