आगरा: मानसून में खुदाई पर रोक के बावजूद Airtel ने खोदे 1000 से अधिक गड्ढे, जलभराव से बढ़ा हादसों का खतरा
आगरा। नगर निगम की स्पष्ट मनाही के बावजूद, टेलीकॉम कंपनी Airtel द्वारा आगरा के कई क्षेत्रों में फाइबर ऑप्टिकल केबल बिछाने के लिए मनमानी तरीके से गड्ढे खोदने का सिलसिला जारी है। ट्रांसपोर्ट नगर, खंदारी, महर्षिपुरम, गैलाना सहित दर्जनों इलाकों में 1,000 से अधिक गड्ढे खोद दिए गए हैं, जो अब मानसून के जलभराव के कारण जानलेवा जाल बनते जा रहे हैं।
मानसून में खुदाई पर पूरी तरह रोक, फिर भी जारी है काम
नगर निगम ने 25 जून से 30 सितंबर तक सड़कों पर किसी भी प्रकार की खुदाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है। यहां तक कि पूर्व में जारी की गई अनुमतियों को भी निरस्त कर दिया गया है। इसके बावजूद, Airtel कंपनी द्वारा मानसून के दौरान खुदाई जारी है, जो साफतौर पर नियमों की अवहेलना है।
हादसे का शिकार हुए बाइक सवार युवक
शुक्रवार रात गैलाना क्षेत्र में एक गंभीर हादसा होते-होते बच गया, जब दो बाइक सवार युवक जलभराव से भरे एक गड्ढे में गिर गए। गनीमत रही कि उनकी गति धीमी थी, जिससे वे बाल-बाल बच गए। महर्षिपुरम में भी राजेश और कमल सिंह नामक दो युवक ऐसे ही गड्ढे में गिर गए थे। स्थानीय निवासियों की मदद से उन्हें घर पहुंचाया गया।
क्षेत्रीय नागरिकों में आक्रोश
पूर्व पार्षद मुकेश यादव ने बताया कि कंपनी बीते एक महीने से खुदाई कर रही है, और तमाम शिकायतों के बावजूद नगर निगम की चेतावनियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। हरेंद्र यादव, एक स्थानीय निवासी ने बताया कि दो हफ्तों में चार बार नगर निगम के अवर अभियंता खुदाई रुकवाने आए, लेकिन कंपनी ने काम जारी रखा।
जानलेवा साबित हो चुके हैं ऐसे गड्ढे
यह कोई पहली बार नहीं है जब खोदे गए गड्ढों ने लोगों की जान ली हो। लोहामंडी क्षेत्र में जल निगम द्वारा छोड़े गए गड्ढे में दो बच्चे गिर गए थे, जिसमें से एक की मौत हो गई थी। पिछले साल शंकरगढ़ पुलिया पर स्कूटी सवार राजेश कुमार की भी मौत गड्ढे के कारण हुई थी।
नगर निगम का सख्त रुख
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने कहा:
“मानसून के दौरान किसी भी प्रकार की खुदाई पर पूरी तरह से रोक है। पहले से जारी अनुमति भी 30 सितंबर तक स्थगित कर दी गई है। टेलीकॉम कंपनियों की शिकायतों पर जांच कर जुर्माना लगाया जाएगा। यदि नियमों का पालन नहीं हुआ तो उनका सामान जब्त कर एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।”